Category: My Poems

बचपन

बचपन के ये दिन हमेशा याद रहेंगे, भूले से भी कभी न भूलेंगे l वो झूलते हुए गिर जाना, फिर पूरा दिन आराम से सोना l स्कूल से छुट्टी के लिए बहाना बनाना, और अंत में खेलते कूदते चले जाना l वो दोस्तों के साथ देर से घर आना, और फिर आकर डांट खाना l …

William Shakespear ***

Night of 25th April was gone, When a star in England was born. Prosperous alderman in the town, John Shakespeare got father’s crown. In the Stratford Grammar school, He got the student’s stool. Teacher’s thought his language was weird, Children thought it was pretty cool. “And since you know you cannot see yourself, So well …

यदि मैं पक्षी होती

यदि मैं पक्षी होती , तो दूर दूर तक उड़ती रहती कभी भी निचे न आती, बस दाना चुगने आती l ऊंचा ऊंचा उड़ती रहती, रोके भी न रुकती कोई मुझे बुलाता , तो भी मैं न सुनती l कभी मैं सहेलियों के साथ पकड़ा पकड़ी खेलती, कभी कभी तो बादलों में, खेलती लुका-छिपी l …